Akshaya Tritya Friday, 10 May, 2024
शुक्रवार, 10 मई, 2024
Akshaya Tritya : अक्षय तृतीया अबकी बार 10 मई 2024 (शुक्रवार) को है। इसका शुभारंभ इस दिन सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर होगा और इसका समापन 11 मई के दिन सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर होगा।
10 मई के यानी अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 23 मिनट के बीच है।
खरीदारी करने के लिए पूरा दिन शुभ है लेकिन सोना-चांदी यदि आप दोपहर 12 बजकर 15 मिनट के बाद खरीदें तो आपके लिए ज्यादा शुभ साबित हो सकता है।
अक्षय तृतीया हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार हिन्दू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है, जो कि वसंत ऋतु के आगमन का समय होता है। इस दिन लोग धार्मिक रीति-रिवाज़ों के साथ साथ लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करते हैं। यह त्योहार धन, समृद्धि, और सफलता की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग इस दिन दान-धर्म करते हैं और नए कार्यों की शुरुआत करते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन लोग कई प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों को करते हैं। यहां कुछ प्रमुख कार्यों का उल्लेख है:
पूजा: लोग इस दिन लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करते हैं। वे मंदिरों और घरों में पूजा आयोजित करते हैं।
दान: धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए लोग दान देते हैं। वे गरीबों को खाना, वस्त्र, धन, या अन्य आवश्यकताओं में मदद करते हैं।
यात्रा: कुछ लोग अक्षय तृतीया पर तीर्थ यात्रा पर जाते हैं और पवित्र स्थलों में स्नान करते हैं।
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शादी: इस दिन विवाह संस्कार का आयोजन किया जाता है, क्योंकि यह शुभ माना जाता है।
उपवास: कुछ लोग अक्षय तृतीया पर व्रत रखते हैं और पूजा के दौरान अन्न, फल, और दूध का सेवन करते हैं।
इन सभी कार्यों का मुख्य उद्देश्य धन, समृद्धि, और सफलता की प्राप्ति करना होता है।
क्या करें और क्या न करें
Akshaya Tritya : अक्षय तृतीया की पूजा विधि निम्नलिखित तरीके से की जा सकती है:
- साफ़ सुथरा अंगण: पूजा के लिए अपने घर का अंगण या पूजा स्थल को साफ़-सुथरा और शुद्ध करें।
- सामग्री: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि दीपक, दिया, अगरबत्ती, कुछ फूल, सुपारी, नारियल, धन, पूजनीय पदार्थ (लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियाँ), चावल, धनिया, लाल चुनरी आदि को तैयार करें।
- पूजा का आरम्भ: पूजा की शुरुआत करने से पहले, सभी पूजनीय पदार्थों को धोकर, उन्हें साफ करें और उन्हें स्थान दें।
- लक्ष्मी-गणेश पूजा: पूजा की शुरुआत में, लक्ष्मी माता और गणेश जी की मूर्तियों को स्थापित करें। उन्हें अपने मन्त्रों के साथ पूजें।
- मंत्र जप: लक्ष्मी माता और गणेश जी के मंत्रों का जप करें, जैसे कि “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लक्ष्मी नारायणाय नमः” और “ॐ गं गणपतये नमः”।
- आरती: अक्षय तृतीया के दिन लक्ष्मी माता और गणेश जी को आरती दें।
- प्रसाद: पूजा के बाद, भोग लगाकर उन्हें अर्पित करें और फिर प्रसाद को वितरित करें।
- समापन: पूजा का समापन करने के बाद, प्रार्थना करें कि देवी-देवताओं की कृपा हमेशा आपके साथ रहे।
यही कुछ आम चरण हैं जो अक्षय तृतीया के दिन पूजा करते समय अनुसरण किए जा सकते हैं। यदि आपके परिवार या सम्प्रदाय में कोई विशेष पूजा विधि है, तो उसे भी अपनाया जा सकता है।
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Akshaya Tritya: This time Akshaya Tritiya is on 10th May 2024 (Friday). It will start at 4:17 am on this day and will end at 2:50 am on May 11.
The auspicious time for worshiping Lord Vishnu and Goddess Lakshmi on the day of Akshaya Tritiya on 10th May is between 5.49 am to 12.23 pm.
The whole day is auspicious for shopping, but if you buy gold and silver after 12.15 pm, it can prove to be more auspicious for you.
Akshaya Tritiya is one of the important festivals in Hindu religion. According to the Hindu calendar,
this festival is celebrated on the Tritiya of Shukla Paksha of Vaishakh month, which is the time of
arrival of spring season. On this day, people worship Goddess Lakshmi and Ganesh along with religious rituals. This festival is considered important for the attainment of wealth, prosperity, and success. People do charity and start new works on this day.
On the day of Akshaya Tritiya, people perform many types of religious and cultural activities. Here are some of the major functions:
Worship: People worship Lakshmi and Ganesh ji on this day. They organize puja in temples and homes.
Donation: People donate to attain wealth and prosperity. They help the poor with food, clothing, money, or other needs.
Travel: Some people go on pilgrimage on Akshaya Tritiya and take bath in holy places.
Marriage: Marriage ceremony is organized on this day as it is considered auspicious.
Fasting: Some people observe fast on Akshaya Tritiya and consume food, fruits, and milk during the puja.
The main objective of all these works is to achieve wealth, prosperity and success.
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Do’s and Dont’s
Akshaya Tritya: Pooja Rituals on Akshaya Tritiya
Clean courtyard: Clean and purify the courtyard of your house or the place of worship for puja.
Materials: Prepare the necessary materials for the puja such as lamp, lamp, incense sticks,
some flowers, betel nut, coconut, money, worshipable objects (idols of Lakshmi and Ganesh ji),
rice, coriander, red chunari etc.
Beginning of the puja: Before starting the puja, wash all the worshipable items, clean them and place them.
Lakshmi-Ganesh Puja: At the beginning of the puja, install the idols of Lakshmi Mata and Ganesha. Worship them with your mantras.
Chanting Mantras: Chant the mantras of Goddess Lakshmi and Lord Ganesha, such as
“Om Shreem Hreem Kleem Aim Lakshmi Narayanaya Namah” and “Om Gam Ganapataye Namah”.
Aarti: On the day of Akshaya Tritiya, offer aarti to Lakshmi Mata and Ganesh ji.
Prasad: After the puja, offer the bhog to them and then distribute the prasad.
Conclusion: After concluding the puja, pray that the blessings of the Gods and Goddesses always be with you.
These are some of the common steps that can be followed while performing puja on the day of Akshaya Tritiya. If there is any special method of worship in your family or sect, then it can also be adopted.