Goddess Brahmacharini

Maa Brahmcharini Navratri मां ब्रह्मचारिणी

Maa Brahamcharini: 10-April-2024 Wednesday

मां ब्रह्मचारिणी, नवदुर्गा के दूसरे रूपों में से एक हैं जो नवरात्रि के नौ दिनों के अवसर पर पूजा जाता है। वे माँ पार्वती की दूसरी रूप मानी जाती हैं। उनका नाम ‘ब्रह्मचारिणी’ उनकी तपस्या और साधना को दर्शाता है, और वह विवाहित जीवन का त्याग करके शिव की तपस्या में लीन हो गई थीं।

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जा सकता है:

  1. शुद्धि और स्नान: पूजा करने से पहले, शुद्धि के लिए स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थल की तैयारी: एक साफ और सुगम्य स्थान का चयन करें जहां पूजा की जा सके। माँ ब्रह्मचारिणी की मूर्ति को स्थापित करें।
  3. ध्यान और मंत्र जप: माँ ब्रह्मचारिणी का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करें। “ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः” यह मंत्र पूजा में उपयोगी है।
    ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नम:
  4. Prarthana or Prayer:
  5. दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू।
  6. देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
  7. या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
  8. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
  9. पूजा आरंभ: मां ब्रह्मचारिणी के प्रति पूजा आरंभ करें। फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (मिठाई या फल), चावल, कुमकुम, अगरबत्ती आदि का उपयोग करें।
  10. कथा और आरती: मां ब्रह्मचारिणी के विशेषता कथा का पाठ करें और उनकी आरती गाएं।
  11. प्रसाद वितरण: पूजा के बाद, प्रसाद को बांटें और अन्य लोगों को भी दें।

यह सिर्फ एक साधारण तरीका है, प्रत्येक स्थान और परिस्थिति के अनुसार विभिन्न प्रथाओं का पालन किया जा सकता है। आपके द्वारा चुने गए पूजा विधि में आप अपने आस-पास के पुजारियों या धार्मिक गाइड से सलाह लें।

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Maa Brahamcharini is the second form of Goddess Durga worshipped on the second day of Navaratri. She radiates a divine aura, while gracefully clutching a rosary in one hand and a water utensil in the other.
Brahmacharini signifies penance, devotion, and asceticism.
Devotees believe that worshipping her grants spiritual strength, wisdom, and perseverance.

You can worship Maa Kushmanda by following these steps:

Purification and Bath: Before performing puja, take bath for purification and wear pure clothes.

Preparation of puja place: Select a clean and accessible place where the puja can be performed. Install the idol of Mother Brahmacharini.

Meditation and Mantra Chanting: Meditate on Maa Brahmacharini and chant her mantras. “Om Devi Brahmacharinyai Namah” This mantra is useful in worship.
or
“Oṃ Devī Brahmacāriṇyai Namaḥ”
or
Dadhana kara Padmabhyam akshamala kamandalu।
Devi prasidathu mayi brahmacharinya-uttama॥
Ya Devi Sarvabhuteshu Maa Brahmacharini Rupena Samsthita।
Namastasyai Namastasyai Namastasyai Namo Namah॥

Start of worship: Start worship towards Mother Brahmacharini. Use flowers, incense, lamp, naivedya (sweets or fruits), rice, kumkum, incense sticks etc.

Katha and Aarti: Recite the special story of Maa Brahmacharini and sing her aarti.

Prasad Distribution: After the puja, distribute the prasad and give it to other people also.

You may consult the priests or religious guides near you in the method of worship you choose.

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